नगराम लखनऊ, नगर पंचायत नगराम कस्बे के कटरा मोहल्ले में दो अक्टूबर से चल रही सात दिवसीय श्री राम ज्ञान यज्ञ कथा में अयोध्या से पधारी कथा व्यास सुनैना कृष्णा द्वारा श्रोताओं को आध्यात्मिक ज्ञान के साथ साथ महिलाओं को समाज सुधारक और धार्मिक संस्कारों के तौर तरीके बता कर जागरूक किया जा रहा है। कथा व्यास सुनैना कृष्णा द्वारा कथा के पांचवें दिन सोमवार को श्री राम भगवान के बाल्यावस्था से लेकर सीता स्वयंवर की कथा का बहुत ही सुन्दर और मार्मिक वर्णन किया गया।कथा व्यास सुनैना कृष्ण जी द्वारा श्रोताओं को बताया गया कि भगवान राम की आयु बढ़ने के साथ साथ उनमें अत्यन्त विलक्षण प्रतिभा थी जिसके परिणामस्वरू अल्प काल में ही वे समस्त विषयों में पारंगत हो गए। उसके बाद ऋषि विश्वामित्र दशरथ के पुत्रों को यज्ञ की रक्षा के लिए अपने साथ वन ले गए।जहां श्री राम ने गुरु के आदेश पर यज्ञ में बाधा उत्पन्न कर रही ताडका का एक ही बांण में वध कर दिया। कथा मे श्री राम के चरणों से अहिल्या के उद्धार के बाद सीता स्वयंवर की कथा में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम सहर्ष भाव से शिव धनुष को प्रणाम करते हुए धनुष को उठाकर प्रत्यंचा चढ़ाकर शिव धनुष को तोड़ देते है। माता सीता श्री राम को वरमाला पहना देती है। स्वयंवर की शर्त के अनुसार देवी सीता और श्री राम का विवाह हो जाता है। सीता स्वयंवर की कथा का श्रवण कर परिसर में मौजूद सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु जय श्री राम के नारे लगाने लगे। नगराम में चल रही श्री राम ज्ञान यज्ञ कथा का रसपान करने प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्तगण वा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
