मोहनलालगंज।लखनऊ,मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के जबरौली में अनुसूचित जाति की महिला की जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया। बताया गया है कि इस पूरे प्रकरण में क्षेत्रीय लेखपाल ने भी मिलीभगत कर फर्जी कागजात तैयार कराए। पीड़ित पक्ष ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के जबरौली निवासी सरजू प्रसाद गुप्ता पुत्र स्व. शिवराम ने मुख्यमंत्री को भेजे गए प्रार्थना पत्र में बताया कि गांव की रीना पत्नी मंजू धौबी, जो अनुसूचित जाति की सदस्य हैं, के नाम गाटा संख्या 950, रकबा 0.0438 हेक्टेयर भूमि दर्ज है। नियमों के अनुसार, अनुसूचित जाति की भूमि बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के किसी अन्य वर्ग को नहीं बेची जा सकती।इसके बावजूद प्रभु नारायण मिश्र पुत्र जे.पी. मिश्र निवासी बी-80, त्यागी विहार, शारदानगर, लखनऊ ने बिना अनुमति के उक्त भूमि का बैनामा अपने नाम बीते 1 सितंबर 2021 को करा लिया। इतना ही नहीं, बाद में अमित तिवारी नाम के व्यक्ति ने दबंगई दिखाते हुए उक्त भूमि पर कब्जा कर मकान भी बना लिया।पीड़ित का आरोप है कि इस पूरे मामले में क्षेत्रीय लेखपाल महताब ने लाखों रुपये लेकर मिलीभगत की और फर्जी रिपोर्ट लगाकर जमीन को सामान्य वर्ग के नाम दाखिल-खारिज करा दिया। बताया गया कि बीते 16 जनवरी 2023 को लेखपाल ने जाली बयान देकर अनुसूचित जाति की भूमि को सामान्य वर्ग की श्रेणी में दर्ज करा दिया, जो पूरी तरह अवैध है।शिकायत कर्ता सरजू प्रसाद गुप्ता ने मांग की है कि उक्त फर्जी बैनामा निरस्त कर भूमि को राज्य सरकार के नाम दर्ज किया जाए तथा दोषी लेखपाल महताब और अमित तिवारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।इस संबंध में शिकायत की प्रतिलिपि मंडलायुक्त लखनऊ, प्रमुख सचिव राजस्व विभाग, जिलाधिकारी लखनऊ और उपजिलाधिकारी मोहनलालगंज को भी भेजी गई है ताकि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा सके।ग्रामीणों का कहना है कि जबरौली ही नहीं, बल्कि क्षेत्र के कई गांवों में इस तरह के फर्जी बैनामे कर गरीब और हरिजन वर्ग की जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे भ्रष्टाचार और भूमाफियाओं पर लगाम लगाई जाए।
