- (रामलीला के सौ वर्ष पूरे होने पर ललित दीक्षित ने कमेटी व कलाकारो को किया पुरस्कृत)
मोहनलालगंज। राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र के सिसेंडी गांव में चल रही दस दिवसीय भव्य रामलीला का समापन विजयादशमी के अवसर पर धूमधाम से हुआ। रामलीला समापन के साथ ही इस रामलीला के मंचन के सौ वर्ष पूरे हो गए। भगवान श्रीराम ने लंका के राजा रावण का वध कर धर्म की अधर्म पर विजय का संदेश दिया। मंच पर भगवान श्रीराम द्वारा रावण पर तीर चलाने का दृश्य देखते ही उपस्थित श्रद्धालु “जय श्रीराम” के जयघोष से गूंज उठे। रावण वध के साथ ही आकाश में आतिशबाजी हुई और लोगों ने विजयादशमी पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया।रामलीला मंचन में स्थानीय कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। सिसेण्डी की रामलीला के सौ वर्ष पूरे होने पर वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी ललित दीक्षित ने सभी कलाकारों व रामलीला समिति के पदाधिकारियो व सदस्यो का सम्मान करते हुए उपहार में देकर प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण प्रतिभाएं किसी से कम नहीं हैं, बस जरूरत है उन्हें मंच और अवसर देने की। ललित दीक्षित ने कहा कि सिसेंडी गांव में रामलीला चबूतरे का निर्माण कराना सरकार की सराहनीय पहल है, जिससे आने वाली पीढ़ियां हमारी संस्कृति से जुड़ी रहेंगी।कार्यक्रम में समाजसेवी नागेश्वर द्विवेदी, प्रधान संघ अध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबलू, मेला मैनेजर अभिलाष दीक्षित, प्रदीप सिंह,रोहित दीक्षित, मधुकर यादव, सरविन्द निर्मल, मुकेश निर्मल, संतराम चौरसिया, सूर्य कुमार द्विवेदी, बाबूलाल रावत व क्षेत्र के कई सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। मंच संचालक प्रदीप व मेला मैनेजर अभिलाष ने बताया कि यह रामलीला गांव के सहयोग से हर वर्ष आयोजित की जाती है और इसका उद्देश्य समाज में धार्मिक व सांस्कृतिक एकता को बनाए रखना है। रावण वध के साथ ही सिसेंडी का पूरा वातावरण राम भक्ति में डूब गया। ग्रामीणों ने एक-दूसरे को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं और अगले वर्ष फिर से रामलीला को और भव्य रूप में आयोजित करने का संकल्प लिया।
