
लखनऊ। पीजीआई के सभाखेड़ा में गुरुवार सुबह तेज रफ्तार रोडवेज बस ने बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रही महिला की स्कूटी में टक्कर मार दी। स्कूटी सवार सपना, बेटी राखी (13) और बेटे अभिमन्यु (11) के साथ सड़क पर जा गिरी। हादसे के बावजूद ड्राइवर ने बस की रफ्तार नहीं घटाई और बस अभिमन्यु पर चढ़ा दी। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने सपना, राखी और अभिमन्यु को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने अभिमन्यु को मृत करार दिया। मूलतः उन्नाव निवासी राजस्थान के फारवर्ड पोस्ट पर तैनात सैन्यकर्मी हरिकरण सिंह का परिवार एकता नगर में रहता है। गुरुवार सुबह सैन्यकर्मी की पत्नी सपना सिंह बेटे अभिमन्यु और राखी को एलपीएस साउथ सिटी छोड़ने जा रहीं थी। 8.30 बजे सभाखेड़ा मोड़ के पास पीछे से आ रही रोडवेज बस ने स्कूटी में टक्कर मार दी। सपना के मुताबिक ठोकर लगते ही वह बेटी समेत सड़क की दूसरी तरफ जा गिरी, जबकि अभिमन्यु बस के पहिए से कुचल गया। बेटे को खून से लथपथ देखकर सपना चीखने लगी। भाग कर बेटे के पास पहुंची और उसका सिर गोद में रखकर मदद की गुहार लगाने लगी। पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए एपेक्टस ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां बेटे को मृत घोषित कर दिया गया। सैन्यकर्मी हरिकरण सिंह राजस्थान में फारवर्ड पोस्ट पर तैनात हैं। गुरुवार सुबह हुए हादसे की खबर बेटी राखी ने उन्हें दी। कलेजे के टुकड़े की मौत का पता चलते ही हरिकरण सिंह लखनऊ के लिए निकल पड़े। उन्होंने बेटी को हिम्मत बांधने के लिए भी कहा। अभिमन्यु सातवीं का छात्र था। राखी कक्षा आठ में पढ़ती है। मां और बहन की आंखों के सामने ही अभिमन्यु चला गया। पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार दोपहर अभिमन्यु का शव घर पहुंचा। उससे लिपट कर राखी और सपना रोने लगी। हादसे की खबर सुनकर स्कूल के शिक्षक और छात्र भी घर पहुंचे थे। देर शाम परिवार वाले अभिमन्यु का शव लेकर उन्नाव बिहार स्थित पैतृक गांव चले गए।