
मऊ नहर में युवक का शव व बाइक पड़ी मिली, मचा कोहराम
मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के मऊ से हुलासखेड़ा जाने वाली नहर में युवक का शव बाइक पड़ी मिली, परिजनो ने हत्या की आंशका जतायी
लखनऊ। मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के मऊ से हुलासखेड़ा जाने वाली नहर के पानी में बुद्ववार की सुबह एक युवक का शव उतराता हुआ व बाइक पड़ी देख उधर से गुजरे राहगीरो ने पुलिस को सूचना दी।जिसके बाद इंस्पेक्टर अमर सिंह ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर मृतक युवक के शव व बाइक को स्थानीय लोगो की मदद से बाहर निकलवाया।पुलिस ने मृतक युवक के शव की शिनाख्त होने बाद पंचनामा भरकर पीएम के लिये भेजा।एसीपी रजनीश वर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।

इंस्पेक्टर अमर सिंह ने बताया बुद्ववार की सुबह नौ बजे के करीब थाना क्षेत्र के मऊ गांव से हुलासखेड़ा जाने वाली नहर के पानी में एक युवक का शव व बाइक पड़ी होने की सूचना मिली।जिसके बाद पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर युवक के शव को बाहर निकलवाकर आस-पास के लोगो को बुलाकर पहचान करायी गयी तो मृतक की पहचान दीपक कुमार उर्फ दीपू(30वर्ष)निवासी नयी कालोनी मऊ के रूप में हुयी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पत्नी सुनीता ने बताया बीते मगंलवार को किरायेदार अमनदीप की बाइक मांग कर पति दीपू अपनी मां रमावती के साथ निगोहां क्षेत्र में स्थित अपने गांव बेहनवां में खेतो की सिंचाई कराने गये थे जहां से वापस नही लौटे ओर बुद्ववार की सुबह पति का शव व बाइक नहर में पड़ी होने की सूचना मिली।बुजुर्ग मां रमावती समेत परिजन सीएचसी पहुंचे तो कोहराम मच गया।इकलौते बेटे की असमय मौत से मां व पत्नी का रो रो कर बुरा हाल था।

पुलिस की माने तो युवक दीपू अत्यधिक शराब पीने का आदी था,आशंका है गांव से लौटते वक्त नशे में होने के चलते उसकी बाइक किसी वाहन में पीछे से टकरा गयी होगी ओर सतुंलन बिगड़ने के बाद वो बाइक सहित नहर में गिर पड़ा होगा ओर अत्यधिक नशे में होने के चलते बाहर नही निकल पाया होगा ओर उसकी मौत हो गयी होगी।वही परिजनो ने युवक की हत्या कर शव व बाइक नहर में फेके जाने की आंशका जताई है।एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया युवक के शव के पीएम में डाक्टरो ने डूबने से मौत की पुष्टि की है,शरीर में कुछ एक चोटे रिपोट में आयी है जो मामूली है।*इकलौते बेटे की मौत से मां सदमें में…*इकलौते बेटे दीपू की असमय मौत से मां रमावती सदमें आ गयी,पति की मौत के बाद बेटा ही उनके जीने का इकलौता सहारा था लेकिन अब बेटे के असमय काल के गाल में समाने के बाद उनके बुढापे की लाठी टूट गयी वो अपने मासूम पोतो आदित्य, आयुष, अभ्यांस को देखकर अपने आंसू रोक नही पा रही थी ओर बरबस उनके मुंह से यही निकल रहा था इन पोतो का अब क्या होगा।मां रमावती व पत्नी सुनीता का करूणा क्रंदन देख मौके पर मौजूद रिश्तेदारो व ग्रामीणो की आंखे नम हो गयी।खेतो की सिंचाई कराने के बाद मोहनलालगंज के लिये था निकला, मां रमावती ने बताया मगंलवार को गांव पहुंचने के बाद बेटे दीपू ने खेतो की सिचांई करायी ओर रात साढे नौ बजे वो मोहनलालगंज जाने की बात कहकर गांव से निकला था,उसे लगाबेटा घर पहुंच गया होगा इस लिए फोन भी नही किया था ओर पत्नी ने भी पति के गांव में रूकने का सोचकर फोन नही किया।और बुद्ववार की सुबह मां व पत्नी को दीपू का शव व बाइक नहर में पड़े होने की सूचना मिली।