■सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ताकत पर रखकर काम कर रहे योगी के अधिकारी, महिला पत्रकार का आरोप
मुसाफिरखाना तहसील में कार्यरत एसडीएम पर महिला पत्रकार ने बड़ा आरोप लगाया है। महिला पत्रकार का कहना है की मुसाफिरखाना एसडीएम प्रीती तिवारी ने बैनामे की जमीन पर मौखिक आदेश भाले सुल्तान शहीद स्मारक के साथ मिलकर अवैध कब्जा करवा दिया। महिला पत्रकार का है कि बार बार एप्लीकेशन बावजूद कोई कार्यवाही नहीं रही है। थक हार कर महिला जब एसडीएम कार्यालय एसडीएम प्रीती तिवारी ने कार्यालय से बाहर निकलवा और गुस्से में कहा मैं आपका काम नहीं कर पाऊंगी मेरा मूड हो गया है। पीड़ित महिला नेशनल दस्तक न्यूज चैनल जा रही है। पूरा मामला के अमेठी जनपद के पर, थाना आरोप देने के की जा पत्रकार पहुंची तो जबरन दिया खराब पत्रकार की बताई उत्तर प्रदेश मुसाफिरखाना तहसील के हारीमऊ के गायिमऊ गांव का है। जहां पर मुसाफिरखाना तहसील में महिला पत्रकार पहुंची और एसडीएम से न्याय की गुहार लगाई लेकिन एसडीएम के गलत रवैये से महिला पत्रकार भड़क उठी महिला पत्रकार ने एसडीएम पर अभद्रता वा बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। महिला पत्रकार ने बताया कि एसडीएम प्रीति तिवारी ने कहा कि मैं आपका काम नहीं करूंगी मेरा मूड बहुत खराब है। वही इस मामले का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो एसडीएम का बयान लेने पत्रकार पहुंचे लेकिन एसडीएम के होमगार्ड नें अंदर जाने से साफ मना कर दिया। ऐसे में अब बड़ा आरोप है कि योगी के अधिकारी बे लगाम हो गए हैं और अपनी मनमर्जी मुताबिक काम कर रहे हैं। जबकि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल ही में आदेश जारी किया था कि पत्रकारों को सही वह समुचित जानकारी दी जाए। पत्रकारों से अभद्रता ना की जाए। पत्रकारों को सम्मान पूर्वक बैठाया जाय। लेकिन कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन कर रहे योगी सरकार के अधिकारी व कर्मचारी।