
किसी भी सार्वजनिक स्थान पर फटा या मैला तिरंगा लहराना गैरकानूनी,स्थानीय नागरिकों में भारी रोष
प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते शहीद स्मारक परिसर पर लंबे समय से बना हुआ है यह दृश्य
सरेनी(रायबरेली)।सरेनी कस्बे में स्थित शहीद स्मारक परिसर पर इन दिनों एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक दृश्य देखने को मिल रहा है। सरेनी कोतवाली से महज चंद कदमों की दूरी पर स्थित शहीद स्मारक परिसर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फटा हुआ लहरा रहा है,जो कि न सिर्फ संविधान की भावना का उल्लंघन है,बल्कि देश के वीर शहीदों का भी अपमान है जिनकी स्मृति में यह स्मारक बनाया गया है।गौरतलब है कि राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित नियम ‘फ्लैग कोड ऑफ इंडिया’ के तहत किसी भी सार्वजनिक स्थान पर फटा या मैला तिरंगा लहराना गैरकानूनी है।इसके बावजूद जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते शहीद स्मारक परिसर पर यह दृश्य लंबे समय से बना हुआ है।स्थानीय नागरिकों में इसको लेकर भारी रोष है।लोगों का कहना है कि जहां एक ओर सरकार “हर घर तिरंगा” जैसे अभियानों के माध्यम से राष्ट्रभक्ति का संदेश देती है,वहीं दूसरी ओर शहीदों की याद में बने स्मारकों पर तिरंगे के इस तरह के अपमान की अनदेखी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले का संज्ञान लेकर फटे हुए तिरंगे को तुरंत हटाकर उसकी जगह नया,सम्मानजनक तिरंगा लगाया जाए।साथ ही,शहीद स्मारकों की उचित देखभाल सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।यह मामला सिर्फ एक ध्वज का नहीं,बल्कि देश की आत्मा और गौरव से जुड़ा हुआ है।प्रशासन को चाहिए कि वह शीघ्र कार्रवाई कर जनता की भावनाओं का सम्मान करे।