
अमेठी। जिलाधिकारी संजय चौहान ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में किसान बंधुओं को समय से उर्वरक उपलब्ध कराने तथा उर्वरकों की कालाबाजारी व ओवररेटिंग रोकने के उद्देश्य से सहकारिता, कृषि, पीसीएफ, इफको, नाबार्ड तथा जनपद के समस्त थोक/फुटकर उर्वरक विक्रेताओं के साथ जिला उर्वरक समिति की बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम एआर कोऑपरेटिव से उर्वरक वितरण के संबंध में संपूर्ण जानकारी ली तथा किसानों को उर्वरकों का समय से वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन-जिन समितियों पर ज्यादा उर्वरक की बिक्री होती है उनको चिन्हित कर लें और वहां पर पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं, कहीं पर भी उर्वरक विक्रेताओं द्वारा निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर उर्वरक ना बेंचा जाए यदि किसी समिति पर खाद खत्म हो जाए तो तत्काल दूसरी समिति से खाद की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही जनपद को जैसे ही उर्वरक की रैक प्राप्त हो उसे तत्काल समितियों पर भेजें। उन्होंने सहकारिता व कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उर्वरक बिक्री केंद्रों का लगातार निरीक्षण करते रहे जहां पर भी उर्वरक की कमी सामने आए तो तत्काल दूसरी समिति के माध्यम से वहां पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं साथ ही समय से उर्वरक की डिमांड भेजें जिससे जनपद को उर्वरक की रैक समय से प्राप्त हो सके। उन्होंने एआर कोऑपरेटिव व जिला कृषि अधिकारी को जनपद के बॉर्डर की दुकानों का सतत् निरीक्षण करने के निर्देश दिए पता कहा कि कहीं पर भी उर्वरकों की कालाबाजारी ना होने पाए और ना ही निर्धारित दर से अधिक दरों पर बिक्री की जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी जोत के आधार पर उर्वरक दिया जाए जिससे सभी किसान बंधुओं को आसानी से उर्वरक मिल सके। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को उर्वरक देते समय अन्य किसी भी प्रकार का उर्वरक देने की बाध्यता ना रखी जाए किसान जो उर्वरक की मांग करें उसे वही उर्वरक दिया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता, उप कृषि निदेशक सत्येंद्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी राजेश कुमार, एआर कोऑपरेटिव अरविंद यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी व थोक/फुटकर उर्वरक विक्रेता उपस्थित रहे।