
रायबरेली। मुंशीगंज कस्बे से लेकर एम्स तक जाम न लगे और यातायात व्यवस्था दुरुस्त हो, इसके लिए सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा होने के बाद रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण 125 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। हालांकि, इसका निर्माण कार्य बेहद सुस्त है। कारण यह कि अभी तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इससे अभी तक महज 20 फीसदी निर्माण कार्य हो सका है।
मुंशीगंज कस्बे में रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण का काम चल रहा है। रोगियों को बिना जाम में फंसे एम्स तक पहुंचाने और मुसाफिरों को राहत देने के लिए 700 मीटर सड़क चौड़ीकरण का काम एक साल पहले पूरा हो गया है। दूसरे चरण में 750 मीटर चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य एम्स की तरफ से चल रहा है।
इसका दूसरा सिरा रायबरेली-प्रयागराज हाईवे पर बनाए गए बाईपास पर मिलेगा। दूसरे सिरे का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। इसके पीछे की वजह यह है कि बाईपास की तरफ मकान और प्रतिष्ठान बने हैं और भवन स्वामियों को मुआवजा नहीं दिया गया है। भूमि का अधिग्रहण होना बाकी है।
सड़क खस्ताहाल होने से आवागमन रहता है प्रभावित
ओवरब्रिज निर्माण का काम दिसंबर 2024 में शुरू हुआ है। इस प्रोजेक्ट को 2026 में पूरा होना है। जिस गति से काम चल रहा है, उससे यह लगता है कि तय समय में काम पूरा नहीं हो पाएगा। ओवरब्रिज निर्माण के लिए डलमऊ से जिला मुख्यालय की तरफ आने वाले वाहनों का डायवर्जन शहीद स्मारक रोड होते हुए किया गया है। ऊंचाहार, सलोन, जगतपुर की तरफ जाने वाले वाहनों को दरियापुर होते हुए निकाला जा रहा है। दोनों रास्ते खस्ताहाल हैं। ऐसे में यातायात व्यवस्था प्रभावित रहती है।
निर्माण कार्य समय से पूरा होगा
ओवरब्रिज निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। एम्स की ओर खंभे बनाकर पिलर डाले जा रहे हैं। बाईपास की ओर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है। तय समय में काम को पूरा किया जाएगा।
- पूजा श्रीवास्तव, उप परियोजना प्रबंधक सेतु निगम