
लालगंज (रायबरेली)। कस्बे के गांधी चौराहा में व्यापारियों की एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें व्यापारियों ने बीते वर्ष सराफा व्यवसाई से हुई लूट के खुलासे पर नाराजगी जताई गई।
पीड़ित सर्राफा व्यापारी हरिओम सोनी ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
बैठक में मौजूद पीड़ित पूरे गुरदी मजरे कोरिहरा निवासी
हरिओम सोनी पुत्र मंसाराम सोनी ने बताया कि गत वर्ष 2
सितंबर को बदमाशों ने सेमरपहा गांव के गणेशन मंदिर के
निकट गोली मारकर उससे 13 लाख रुपये कीमत के
जेवरातों से भरा बैग लूट लिया था।
इस मामले में वह लगातार पुलिस अधिकारियों से खुलासे
की मांग कर रहे थे। शुक्रवार को पुलिस ने उन्हें बुलाया
और कहा कि लुटेरे पकड़ लिए गए हैं। हरिओम ने बताया
कि वह इलाज के सिलसिले में लखनऊ में था। पुलिस की
सूचना पर वह सीधे जिले के सिविल लाइंस चौराहे पहुंचा।
जहां से पुलिसकर्मी उन्हें निजी वाहन से कोतवाली लेकर
आए। पीड़ित का आरोप है कि कोतवाली में जबरन
दस्तखत करा लिए गए। उसे ना तो लूटा गया माल दिखाया
गया, ना ही आरोपियों की पहचान कराई गई। हरिओम का
कहना है कि उन्हें पुलिस की ओर से किया गया खुलासा
मनगढ़ंत और झूठा लग रहा है। पीड़ित ने बताया कि उसने
मुख्यमंत्री, डीजीपी और पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर
पुलिस की नई टीम से निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग
की है।