
रेलकोच के आवासीय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के दावे फेल
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद ना होने से कर्मचारियों में नाराजगी
लालगंज(रायबरेली)।आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना (आरेडिका) के आवासीय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किए गए तमाम दावों के बावजूद एक बार फिर चोरी की घटना सामने आई है।इस बार परिसर के तीन घरों में चोरों ने सेंध लगाई है।यह घटना पिछले साल नवंबर हुई 25 घरों में चोरी के बाद दोबारा हुई है।जिससे प्रशासन की लापरवाही उजागर हो गई है।गत वर्ष हुई चोरी की घटनाओं के बाद प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाने की बात कही थी।परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने,सशस्त्र गार्ड तैनात करने,चहारदीवारी में कटीले तार लगाने और सीमाएं चिन्हित करने के निर्देश दिए गए थे।इसके अलावा वेंडर्स और रेजिडेंट्स के लिए पहचान पत्र अनिवार्य किया गया था।आरेडिका के उप मुख्य कार्मिक अधिकारी ने अलग-अलग विभागों को निर्देश जारी कर जिम्मेदारियां सौंपी थीं।भवनों की मरम्मत,परिसर में उगे जंगल और झंडियों की सफाई,रात में गश्त बढ़ाना,वाहनों की पार्किंग व्यवस्था और परिसर में आवाजाही पर नियंत्रण जैसे कई कदम तय किए गए थे।यहां तक कि संविदा कर्मियों को पुलिस सत्यापन के बाद ही रखने के निर्देश भी जारी किए गए थे।इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था की पोल तब खुल गई जब सोमवार की रात आवासीय परिसर में तीन घरों के दरवाजों के ताले तोड़कर फिर चोरी हो गई।इससे यह साफ हो गया कि कागजों पर बनी सुरक्षा योजना जमीन पर पूरी तरह अमल में नहीं लाई गई।उधर अमेठी पुलिस ने अंतर्राज्यीय गैंग के बदमाशों को गिरफ्तार किया था। पूंछ तांछ में बदमाशों ने पिछले वर्ष आरेडिका में हुई चोरियों में शामिल होने की बात कुबूल की थी।हालांकि पीड़ित व्यक्तियों ने खुलासे को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी।कर्मचारी नेता नैब सिंह,आशीष मिश्रा,आदर्श बघेल ने कहा कि चोरियों में अंकुश नहीं लगने के कारण आरेडिका के कर्मचारियों में एक बार फिर डर और असुरक्षा का माहौल है।