
इन्हौना/अमेठी।ग्राम इन्हौना व आज़ादपुर के राम नेवल, रामकुमार, जितेंद्र मौर्य, संतु, लक्ष्मण, रामकेवल, रामनारायण, तीरथ राम, चंद्रकेश, तिलकराम सहित 80 से अधिक हिंदू ग्रामीणों ने आज अपनी व्यथा खुलकर रखी। वर्षों से ज़मीन विवाद में फंसे इन पीड़ितों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री दीदी स्मृति जुबिन ईरानी जी को ज्ञापन सौंपा और कहा कि अब उन्हें सिर्फ योगी सरकार से ही न्याय की उम्मीद है।ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 2009 में उन्हें वैध रूप से आवंटित करीब 100 बीघा सीलिंग भूमि पर चौधरी वहज अख्तर, चौधरी सऊद व उनके परिवार द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया। यह कब्जा स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) के बहाने किया गया और मौके से गरीब हिंदू परिवारों को जबरन बेदखल कर दिया गया।पीड़ितों ने बताया कि उनका नाम खतौनी में आज भी दर्ज है, लेकिन 16 वर्षों से वे अपनी ही ज़मीन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। न तो न्यायालय ने अब तक कोई ठोस सुनवाई की, न ही प्रशासन ने कब्जा हटवाया।”हम रामभक्त हैं, हिंदू हैं, मेहनतकश हैं – अब भी हमारी ज़मीन पर कब्जा है। क्या हमें भाजपा राज में भी न्याय नहीं मिलेगा?”– ऐसा कहते हुए कई ग्रामीणों की आंखें भर आईं।अब ये सभी 80+ ग्रामीण योगी आदित्यनाथ सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें कब्जाधारियों से मुक्त करवा कर उनका हक दिलवाया जाए।