लीकेज से बर्बाद हो रहा हजारों लीटर पानी, दूषित जल से ग्रामीण बीमारियों के खतरे में…
मोहनलालगंज।लखनऊ,कभी पूर्व रियासत रही और वर्तमान में न्याय पंचायत मुख्यालय सिसेंडी, इन दिनों बदहाल पेयजलापूर्ति से जूझ रहा है। ग्राम पंचायत की लगभग आठ हजार आबादी में से एक तिहाई लोग स्वच्छ पेयजल से वंचित हैं। सरकार द्वारा संचालित महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत “हर घर नल जल” का सपना ग्रामीणों के लिए दूर की कौड़ी साबित हो रहा है।गांव के कई मोहल्लों में पाइपलाइन जगह-जगह से लीकेज हो रही है, जिससे रोजाना हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। हालात इतने खराब हैं कि लीकेज से ही गंदा पानी पाइपलाइन में प्रवेश कर रहा है, जिसके कारण पेयजल दूषित हो गया है। इससे ग्रामीणों के संक्रामक रोगों की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है।स्थानीय समाजसेवी ललित दीक्षित, प्रदीप सिंह सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बदहाल जलापूर्ति पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि यह समस्या महीनों से बनी हुई है, लेकिन विभागीय जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।करीब एक महीने पहले चार्ज लेने वाले अवर अभियंता मोहम्मद तबीस ने बताया कि उन्हें मात्र पंद्रह दिन पहले ही कार्यभार मिला है। “प्राक्कलन अप्रूवल की प्रक्रिया चल रही है, उम्मीद है कि लगभग एक हफ्ते में समस्या का समाधान कर दिया जाएगा,” उन्होंने कहा।गांव के बुजुर्गों का कहना है कि कभी सिसेंडी अपनी शान और सुविधा के लिए जानी जाती थी, लेकिन आज यहां के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
