जिले के प्रतिष्ठित, शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी,नैक द्वारा प्रत्यायित ग्रेड -बी बैसवारा पी.जी.कॉलेज के शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर बी .के. भारद्वाज ने लखनऊ विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ओरियंटेशन कार्यक्रम में *खेल ,संस्कृति और परंपरा* विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया ।
प्रोफेसर भारद्वाज ने बताया कि खेल के माध्यम से हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को किस तरह से आगे बढ़ा सकते हैं । प्रोफेसर भारद्वाज ने आगे कहा कि महाभारत में किस तरह के खेल आयोजित किये जाते थे । जिसमें तीरंदाजी, घुड़सवारी आज की दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है। देश हमारा विकसित भारत की तरफ अग्रसर है और राष्ट्रमंडल खेल तथा ओलंपिक करने की तैयारी भी देश कर रहा है। प्रोफेसर भारद्वाज ने आगे बताया बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा से ही खेल के प्रति समर्पण भावना को विकसित करना चाहिए। जिससे वे 17 एव 18 वर्ष की उम्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
प्रोफेसर भारद्वाज ने खेल के लिए मूलभूत संरचना के विकास, माता-पिता, समाज और शिक्षक की जिम्मेदारी को महत्वपूर्ण बताया और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की बात कही । महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर निरंजन राय एवं प्रबंधक श्री लाल देवेंद्र बहादुर सिंह ने प्रोफेसर भारद्वाज की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी, डॉ. रमेश चंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रूप रूपेश कुमार, कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर, डॉ जगदीप सिंह, प्रोफेसर मुकुल श्रीवास्तव, प्रोफेसर शीलधर दुबे सहित समस्त शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे ।
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