प्रतापगढ़ / कुंडा : होली खेले रघुबीरा अवध मा होली खेले रघुबीरा जी हाँ कुछ इसी प्रकार से कुंडा में विभिन्न जगहों पर होलिका दहन के ततपश्चात डीजे के धुन पर लोगो ने एक दूसरे से गले मिलकर होली खेली वही बहुचर्चित भाजपा नेत्री डॉ० सुमन साहू दीदी जी के आवास पर भी गाजे बाजे के साथ होली का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गई । इस दौरान डॉ० सुमन साहू ने बताया कि
होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. होली मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं ।
होली का त्योहार त्रेता युग से मनाया जा रहा है. होलिका दहन की परंपरा की शुरुआत तब हुई थी जब हिरण्यकश्यप के आदेश पर होलिका ने आग में प्रवेश कर प्रह्लाद को मारने की कोशिश की थी. लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गया और होलिका जल गई. इसी घटना के बाद से होलिका दहन की परंपरा शुरू हुई ।
होली से ही जुड़ी हुई कुछ और खास बातें डॉ० सुमन साहू ने बताया कि
होली का त्योहार हर साल फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है
होली का त्योहार खुशी, उत्साह, और प्रेम का प्रतीक है।
होली पर बच्चे शोर-शराबा करते हैं और गाना-बजाना करते हैं.
मध्यकालीन भारतीय मंदिरों के भित्तिचित्रों और आकृतियों में होली के सजीव चित्र देखे जा सकते हैं और होली के पावन पर्व पर सभी हिन्दू भाई एक दूसरे को गुलाल लगाकर आपसी मतभेदो दफन करके आपसी भाई चारे को एक नई जीवन के साथ शुरुआत करते है और एक दूसरे को अपने घर पर गोझिया खाने के लिये आमन्त्रित करते है इस मौके पर दर्जनों से अधिक लोग उपस्थित रहे ।।
